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बीडीओ गायब, डीएम पर हत्या कराने के आरोप
बीडीओ गायब, डीएम पर हत्या कराने के आरोप [News VMH-Agra] आगरा में जिलाधिकारी और बीडीओ की बीच हुई मारपीट का मामला रोज नए बयान के साथ हरा हो जाता है, जहाँ बीडीओ ने जिलाधिकारी पर आरोप लगाए थे कि जिलाधिकारी ने मीटिंग के बीच उनको पेपरवेट फेंक कर मारा था, परिणाम स्वरुप उन्होंने जिलाधिकारी को जूता मारा।
गायब हैं बीडीओ
जूता मरने पर बीडीओ अनिरुद्ध सिंह चौहान के विरुद्ध विभागीय कारवाही कर दी गई है उन्हें कार्य से हटा दिया गया, 36 घंटे से अनिरुद्ध सिंह चौहान का मोबाइल बंद है। पुलिस बैठक में हुई घटना का सीसीटीवी या वीडियो फुटेज तलाश रही है। बीडीओ पर लगे आरोपों के चलते सीडीओ ने उसे ग्राम विकास आयुक्त कार्यालय से संबंद्ध कर दिया है। देवेंद्र सिंह को बरौली अहीर का बीडीओ बनाया गया है। साथ ही अनिरुद्ध सिंह चौहान के विरुद्ध कई धाराओं में FIR दर्ज कर ली गई है पुलिस बीडीओ को तलाश रही है। बीडीओ गायब हैं।
बीडीओ की पत्नी ने संभाला मोर्चा
इस पूरे प्रकरण में बीडीओ की पत्नी ने मोर्चा संभाला हुआ है वो आये दिन जिलाधिकारी आगरा भानुचंद्र गोस्वामी के ऊपर हमलावर हैं। रोज नित नए बयान देकर समूचे आगरा का ध्यान इस प्रकरण पर रखने का प्रयाश किया जा रहा है। कल उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें मुख्यमंत्री से यह प्रार्थना की गई थी की इस प्रकरण की निष्पक्ष जाँच हो।
बीडीओ की पत्नी ने लिखा था मुक्यमंत्री को पत्र
अगर बात की जाए इस प्रकरण की तो बीडीओ की पत्नी जैसी जाँच चाहतीं हैं, वैसी जाँच और न्याय की आस जब तक आगरा के जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी रहते हैं तब तक नहीं हो सकती यह शत प्रतिशत सही है। क्योंकि जाँच के घेरे में जिलाधिकारी स्वयं और बीडीओ हैं। इसके चलते जाँच भले ही निष्पक्ष की जाए लेकिन फिर भी इस जाँच पर सवाल उठते रहेंगें, अतः इसकी जाँच किसी जाँच एजेंसी से कराने की आवश्यकता है। भारतीय न्याय संहिता में अगर कोई दोषी है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए संविधान में सभी नागरिक समान हैं फिर चाहे वो बीडीओ हो अथवा जिलाधिकारी।
जताया बीडीओ की हत्या होने का शक
आज बीडीओ की पत्नी ने इस प्रकरण में एक नया बयान जारी कर कहा कि उनके पति अनिरुद्ध सिंह चौहान कई दिन से गायब हैं, उन्हें ऐसी आशंका है कि जिलाधिकारी आगरा भानुचंद्र गोस्वामी ने उनके पति अनिरुद्ध सिंह चौहान की हत्या करवा दी है। उनसके इस बयान से एक बार फिर इस प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। बीडीओ की पत्नी के इस बयान से आगरा पुलिस की भी परेशानियां बढ़ती हुई दिखाई दे रहीं हैं, आगरा पुलिस बीडीओ को ढूंढ नहीं पा रही, ऐसे में पत्नी का यह बयान की जिलाधिकारी ने उनके पति की हत्या करवा दी है, पुलिस के ऊपर बीडीओ को ढूंढ कर लाने का दबाव बढ़ने वाला है।
मीडिया से नहीं की जा रही कोई बात
अगर बात जिलाधिकारी कार्यालय की करें तो इस प्रकरण में जिलाधिकारी स्वयं का नाम भी आ रहा है, इसके चलते जिला मुख्यालय का कोई भी अधिकारी मीडिया के सामने बोलने से बच रहा है, पंकज कुमार एडीओ जिन्होंने FIR दर्ज कराइ थी उनका नंबर स्विच ऑफ है, पुलिस CCTV की रिकॉर्डिंग खंगाल रही है, मामला सभागार का है जिसके रिकॉर्डिंग भी अवश्य होती होगी। इस कारण से भी पुलिस अचानक किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले हर स्टार और गहनता से जाँच करने में लगी है।
अधिकारीयों का आपस में लड़ना ठीक नहीं
खेर जो भी हो लेकिन भरी मीटिंग के बीच, जिस प्रकार दो अधिकारीयों ने कानून को अपने अपने हाथों में लिया यह वाकई शर्मनाक है, यहाँ पर विवाद जिन अधिकारीयों के बीच में है वो कोई अनपढ़ नहीं थे, दोनों ही पढ़े लिखे थे, दोनों को ही कानून की समझ थी, दोनों को ही कानून के दायरे में रहना चाहिए था, बात करे जिलाधिकारी की तो उनको आगे चलकर प्रदेश और फिर देश चलाना है, उन्होंने अगर बीडीओ पर सच में पेपरवेट फेंक कर मारा तो यह किसी भी प्रकार ठीक नहीं है। बीडीओ दोषी हैं अगर कोई आपको मारता है तो आप कानून का सहारा ले सकते हैं।
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