बिहार फ्लोर टेस्ट: नीतीश कुमार ने कैसे बचाया अपनी कुर्सी?
Table of Contents
बिहार फ्लोर टेस्ट: नीतीश कुमार ने कैसे बचाया अपनी कुर्सी?
बिहार फ्लोर टेस्ट: नीतीश कुमार ने कैसे बचाया अपनी कुर्सी? [News VMH-Patna] 12 फरवरी 2024 को बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट हुआ। इस टेस्ट में नीतीश कुमार की सरकार ने बहुमत हासिल किया और नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी बचा ली।
नीतीश कुमार की कुर्सी कैसे बची?
- राजनीतिक रणनीति: नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक रणनीति का इस्तेमाल करके अपनी कुर्सी बचाई। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवार को हराकर भाजपा के उम्मीदवार को जिताया। इससे उन्हें फ्लोर टेस्ट में बहुमत हासिल करने में मदद मिली।
- गठबंधन: नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन करके अपनी कुर्सी बचाई। भाजपा के पास बिहार विधानसभा में 74 विधायक हैं। नीतीश कुमार के पास 45 विधायक हैं। दोनों दलों के गठबंधन से उन्हें 119 विधायकों का समर्थन मिला, जो फ्लोर टेस्ट में बहुमत के लिए आवश्यक है।
- विधायकों की जोड़ तोड़: नीतीश कुमार ने कुछ विधायकों को अपने पाले में करके अपनी कुर्सी बचाई। कुछ विधायकों को मंत्री पद का लालच दिया गया।
- जनता का समर्थन: नीतीश कुमार को बिहार की जनता का समर्थन भी मिला। जनता नीतीश कुमार के विकास कार्यों से खुश है।
फ्लोर टेस्ट के परिणाम:
- नीतीश कुमार की सरकार ने फ्लोर टेस्ट में 131 वोट हासिल किए।
- महागठबंधन को 115 वोट मिले।
- 6 विधायक अनुपस्थित रहे।
फ्लोर टेस्ट के बाद:
- नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी बचा ली।
- नीतीश कुमार और भाजपा का गठबंधन मजबूत हुआ।
- महागठबंधन को झटका लगा।
यह देखना बाकी है कि नीतीश कुमार की सरकार कितने समय तक चलती है।