खींचा जा रहा गांवों को शहरों से जोड़ने का खाका
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खींचा जा रहा गांवों को शहरों से जोड़ने का खाका
खींचा जा रहा गांवों को शहरों से जोड़ने का खाका [News VMH-Lucknow] लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच यातायात की सुगमता को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई है. इस पहल के तहत, विशेष रूप से चिन्हित गांवों को शहरों के साथ जोड़ने के लिए अनुबंधित बस सेवाएं शुरू की जाएंगी. जिससे न केवल आवागमन की सुविधा में वृद्धि होगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्थाओं को भी बल मिलेगा. इसके लिए निजी ऑपरेटरों से अनुबंध का टेंडर जारी हो चुका है. टेंडर के मुताबिक जैसे-जैसे बसों का अनुबंध होता जाएगा,वैसे-वैसे बसें चिन्हित ग्रामीण इलाकों से संचालित होने लगेंगी।
जहां तक रोडवेज की बसें नहीं पहुंचती थीं
इस पहल के अंतर्गत, लखनऊ, कानपुर समेत 13 शहरों के आसपास के ग्रामीण इलाकों में अनुबंधित बस सेवाओं का संचालन किया जाएगा. यह योजना विशेष रूप से उन गांवों के लिए लाभकारी होगी, जहां तक रोडवेज की बसें नहीं पहुंचती थीं. ऐसे में गांवों के निवासियों को शहरों तक आसानी से पहुंचने में सहायक होगा,चाहे वह रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हो।
988 बसों का संचालन किया जाएगा
इस परियोजना के अंतर्गत, लखनऊ से 86, कानपुर से 50, और विभिन्न अन्य शहरों से सटे कुल 676 गांवों को कवर करते हुए 988 बसों का संचालन किया जाएगा. ये बसें 40 से 100 किलोमीटर के दायरे में चलेंगी और एक लेन वाली सड़कों पर 28 सीटर मिनी बसें,जबकि दो लेन वाली सड़कों पर 40 सीटर बसें चलाई जाएंगी. इन बस सेवाओं के जरिए ग्रामीण निवासियों को तहसील और ब्लॉक स्तर तक आसान पहुंच मुहैया होगी.
क्षेत्रीय यातायात को बढ़ावा मिलेगा
लखनऊ परिक्षेत्र क्षेत्रीय प्रबंधक,आरके त्रिपाठी ने बताया लखनऊ समेत 13 शहरों को आपस में जोड़ने के लिए जिन गांवों में अब तक बस सेवा नहीं थी,उन्हें बस नेटवर्क से जोड़ने का काम शुरू किया जा चुका है. छह मार्च को, इस परियोजना को मुख्यालय से हरी झंडी मिल गई, जिसके तहत निजी ऑपरेटरों के साथ अनुबंध के जरिए बसें चलाई जाएंगी. आगामी 90 दिनों के भीतर सभी चिन्हित किए गए इलाकों में अनुबंधित रोडवेज बस सेवाएं शुरू हो जाएंगी, जिससे क्षेत्रीय यातायात को बढ़ावा मिलेगा.
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