रायबरेली, अमेठी में कोंग्रेसी उम्मीदवारों की घोषणा में देरी के पीछे क्या है वजह
रायबरेली, अमेठी में कोंग्रेसी उम्मीदवारों की घोषणा में देरी के पीछे क्या है वजह
रायबरेली, अमेठी में कोंग्रेसी उम्मीदवारों की घोषणा में देरी के पीछे क्या है वजह [News VMH] कांग्रेस की परंपरागत सीट रहीं उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट पर कांग्रेस ने अभी तक कोई प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं उतारा है. जबकि बीजेपी अमेठी से स्मृति इरानी को फिर से टिकट दिया है. हालांकि बीजेपी भी रायबरेली में किसे अपना प्रत्याशी बनाएगी, इस पर भी फैसला नहीं लिया गया है. रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में वोट डाले जाएंगे. रायबरेली सीट से अभी तक सोनिया गांधी चुनाव लड़ती आ रही थीं, लेकिन अब वे राज्यसभा में चली गई हैं.
पार्टी की रणनीति बता रहे अविनाश पांडे
उधर, उत्तर प्रदेश में अपने अस्तित्व से जूझ रही कांग्रेस ने पार्टी में फिर से जान डालने के लिए पूर्व राज्यसभा सांसद अविनाश पांडे को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया है. पार्टी में विश्वास को बनाये रखने के लिए कांग्रेस ने सपा से गठबंधन किया है. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. अविनाश पांडे रायबरेली और अमेठी में उम्मीदवार घोषित करने में हो रही देरी को पार्टी की रणनीति बता रहे हैं.
भाजपा को शिकस्त देने के लिए कमर कसी
समाचार एजेंसी आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू में अविनाश पांडे ने कहा कि लोकसभा को लेकर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की तैयारी बहुत पहले से चल रही है. प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों में इंडिया गंठबंधन के उम्मीदवार हैं. इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों ने मिलकर उम्मीदवारों की जीत और भाजपा को शिकस्त देने के लिए कमर कस रखी है.
कोई संशय नहीं है
रायबरेली और अमेठी सीट पर उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं किये जाने के सवाल पर अविनाश पांडे ने कहा कि प्रत्याशी घोषित नहीं होने से कार्यकर्ताओं में इस प्रकार का कोई संशय नहीं है. संगठन भी पूर्ण रूप से तैयार है. प्रत्याशियों की घोषणा पार्टी की नीति के तहत ही उचित वक्त पर होनी है. रायबरेली और अमेठी में उम्मीदवार की घोषणा में हो रही देरी कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है.
कांग्रेस गठबंधन जीत हासिल करेगा
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 17 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव में उतरने हैं. 13 नामों की घोषणा कर दी गई है. जो बचे हैं उनकी घोषणा जल्द कर दी जाएगी. शेष पर गठबंधन के अन्य दलों के प्रत्याशी चुनाव मैदान में होंगे. घटक दलों से समन्वय स्थापित कर उनके नामों को घोषित किया जाना है. उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में अधिकांश सीटों पर कांग्रेस गठबंधन जीत हासिल करेगा.
बीजेपी 400 पार का नारा देकर संतुष्ट है
बीजेपी द्वारा सवाल उठाए जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा पहले अपने प्रश्नों का उत्तर दे कि अगर वह 400 पार का नारा देकर संतुष्ट है, तो क्यों डर रही है. ईडी, सीबीआई व अन्य संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है.
इंडिया गठबंधन गठित हुआ
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल दल धीरे-धीरे अलग होकर चुनाव लड़ रहे हैं, इस सवाल पर अविनाश पांडे ने कहा कि कोई भी ऐसा दल नहीं है जिसने समर्थन जाहिर किया और अलग से चुनाव लड़ रहा है. इंडिविजुअल कोई एक हो सकता है. लेकिन उन्हें स्वयं इसकी चिंता करनी है कि संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली ताकतों को किसी भी प्रकार का बल न मिले. उनके खिलाफ ही इंडिया गठबंधन गठित हुआ.
यह भी पढ़ें :-
मंडी समिति प्रवर्तन दल की गाड़ी की टक्कर से सड़क पर गिरे मासूम को बस ने कुचला, मौके पर मौत
यूट्यूबर एल्विश यादव बेचता था सापों का जहर, 1200 पन्नों की चार्जशीट में लिखा है सब कुछ