मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम भारत की पवित्र विरासत
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मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम भारत की पवित्र विरासत
मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम भारत की पवित्र विरासत [News VMH-Bharthana] भरथना, इटावा! मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम भारत की पवित्र विरासत हैं। राम ने सामाजिक रिश्तों की मानवीयता में सिद्धान्तों एवं मूल्यों को स्थापित कर उन्हें नैतिक आधार प्रदान किया है।
विमर्श गोष्ठी का आयोजन
उक्त बात रविवार को कस्बा के जवाहर रोड स्थित अवध गार्डन में उत्कर्ष अकादमी कानपुर के निदेशक डा0 प्रदीप दीक्षित ने अपनी 18वीं नवीन कृति पुस्तक ‘वैश्विक राम‘‘ पर उ0प्र0 हिन्दी प्रेरणा संस्थान भरथना के तत्वाधान में आयोजित विमर्श गोष्ठी के दौरान कही। मूल रूप से भरथना निवासी डा0 दीक्षित ने कहा कि विश्व के सात महाद्वीपों में से पाँच में राम की पूज्यता है।
विश्व के 60 देशों में रामकथा का अस्तित्व
वर्तमान समय में विश्व के 60 देशों में रामकथा का अस्तित्व है एवं 24 देशों में रामलीला का मंचन किया जाता है। राम भारत को विश्वगुरू बनाते हैं। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वन्दना के साथ किया गया। तदुपरान्त मुख्य अतिथि सुधा पाण्डेय, संयोजक पूर्व मंत्री अशोक यादव, पालिकाध्यक्ष अजय कुमार यादव गुल्लू, श्रीकृष्ण यादव, अनिल दीक्षित, प्रमोद कुमार यादव आदि ने डा0 प्रदीप दीक्षित का माल्यार्पण व प्रतीक चिन्ह्र भेंटकर जोरदार स्वागत सम्मान किया गया।
ये रहे मौजूद
साथ ही पुस्तक ‘‘वैश्विक राम‘‘ सम्मान स्वरूप उपस्थितजनों को भेंट की गई और मौजूद कवियों गजलकार अशोक यादव, अनिल दीक्षित, श्रीरामराही, प्रमोद तिवारी हंस, डा0 मंजू यादव, राजेश गुप्ता ने अपनी-अपनी रचनायें पढकर साहित्यिक यात्रा करवायी। विमर्श गोष्ठी के दौरान के0के0 यादव, वीरेन्द्र सिंह चौहान, रमेश चौधरी, नीरज यादव, राजेश यादव पण्डा, सुरेश चन्द्र दुबे, विवेक तिवारी, रामनरेश यादव आदि की मौजूदगी उल्लेखनीय रही।
भरथना से तनुज व आसिफ