कश्मीर पे पाकिस्तान मुँह के बल, ईरानी राष्ट्रपति ने दी पटखनी
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कश्मीर पे पाकिस्तान मुँह के बल, ईरानी राष्ट्रपति ने दी पटखनी
कश्मीर पे पाकिस्तान मुँह के बल, ईरानी राष्ट्रपति ने दी पटखनी [News VMH-Ilamabad] कश्मीर की रट लगा रहे पाकिस्तान को अब एक और मुस्लिम देश ने बड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान की यात्रा पर पहुंचे ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम राईसी ने सोमवार को पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ की नापाक चाल को फेल कर दिया।
दरअसल, पाकिस्तानी पीएम ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान गाजा और कश्मीर का जिक्र किया और ईरानी राष्ट्रपति से कश्मीर के मुद्दे पर जबरिया समर्थन हासिल करने की कोशिश की। शहबाज शरीफ की इस नापाक चाल को ईरानी राष्ट्रपति तुरंत भांप गए और उन्होंने गाजा का उल्लेख किया लेकिन कश्मीर का नाम तक नहीं लिया। ईरानी राष्ट्रपति ने भारत और पाकिस्तान के साथ रिश्तों में संतुलन बनाने में सफल रहे।
ईरान से हैं अच्छे रिश्ते
ईरानी राष्ट्रपति ने कश्मीर पर यह संतुलन ऐसे समय पर बनाया है जब भारत और ईरान के बीच रिश्ते इन दिनों बहुत शानदार चल रहे हैं। भारत ने जहां ईरान के चाबहार बंदरगाह में अरबों रुपये का निवेश किया है, वहीं फलस्तीन के मुद्दे पर भी भारत और ईरान के बीच हाल ही में व्यापक बातचीत हुई है। भारत और ईरान के व्यापार भी बढ़ रहा है। भारत ईरान के रास्ते रूस तक अपना माल पहुंचा रहा है।
इससे रूस से भारत के मुंबई बंदरगाह के बीच सीधे कनेक्टविटी हो गई है। संवाददाता सम्मेलन के दौरान शहबाज शरीफ ने गाजा और कश्मीर के हालात को एक करके दिखाने की असफल कोशिश की। यही नहीं ईरानी राष्ट्रपति को कश्मीर के लिए आवाज उठाने हेतु धन्यवाद तक दे दिया।
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भारत के खिलाफ पाकिस्तानी चाल फेल
वहीं इसके ठीक बाद ईरानी राष्ट्रपति राईसी ने अपना बयान दिया। राईसी ने गाजा का खुलकर जिक्र किया है लेकिन कश्मीर पर एक शब्द नहीं बोले। इससे शहबाज शरीफ चेहरे से रंगत ही गायब हो गई। शहबाज शरीफ की ईरान और भारत के बीच रिश्ते में दरार डालने की चाल बुरी तरह से फेल हो गई।
ईरानी राष्ट्रपति ने कश्मीर पर पाकिस्तान का सपोर्ट करने से किनारा कर लिया। अभी पिछले साल ही भारतीय दूतावास ने ईरान के साथ रिश्तों पर कहा था कि हमारा इतिहास सदियों पुराना है। जनवरी महीने में ईरान के विदेश मंत्री होसैन आमिर ने तेहरान में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर का शानदार स्वागत किया था।
रिश्तों में कड़ुवाहट
ईरान का भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ संबंध है लेकिन कश्मीर के मुद्दे पर राईसी का तटस्थ रवैया अपनाना काफी अहम माना जा रहा है। ईरानी नेता ऐसे समय पर पाकिस्तान पहुंचे हैं जब कुछ दिनों पहले ही ईरान ने पाकिस्तानी जमीन पर मिसाइल हमला किया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी ईरान पर मिसाइल हमला किया था।
माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते में आए तनाव को कम करने के लिए ही राईसी पाकिस्तान पहुंचे हैं। हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि इसमें खास सफलता नहीं मिल पाई है और दोनों देशों के बीच रिश्ते में खटास बनी हुई है। इससे पहले सऊदी अरब के विदेश मंत्री भी पिछले दिनों पाकिस्तान गए थे और उन्होंने कश्मीर का जिक्र तक नहीं किया था। इसे पाकिस्तान के लिए जहां बड़ा झटका माना गया था, वहीं भारत की कूटनीतिक जीत माना गया था।